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कानपुर: कानपुर में रैली के बाद भड़काऊ नारेबाजी, पथराव और हिरासत: तनाव के बाद पहुंचा बुलडोजर, जानिए क्या हुआ, कौन कौन शामिल

 


कानपुर में रैली के बाद भड़काऊ नारेबाजी, पथराव और हिरासत: तनाव के बाद पहुंचा बुलडोजर, जानिए क्या हुआ, कौन कौन शामिल

कानपुर,: शनिवार रात, कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के रूद्रपुर बैल गांव में एक रैली के बाद भड़काऊ नारेबाजी और पथराव की घटना ने इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। इस घटना में 16 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से सचिन कुरील नाम का एक युवक गंभीर रूप से घायल है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने दोनों पक्षों से कुल 31 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और 17 लोगों को हिरासतमें लिया है। इनमें अशोक दुबे, राकेश सिंह, प्रकाश नारायण,शिवम दुबे, रौनक, श्यामू सिंह, नीरज सिंह, शिव अवस्थी, मनीष, श्याम बाबू, आकाश, अतुल, विकास,रिषी और आशीष शामिल हैं।

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घटनाक्रम:

शनिवार रात, शिवराजपुर में आयोजित एक पार्टी की रैली से लौट रहे युवकों के एक वर्ग, जिसमें सचिन कुरील, मनीष और उनके साथी शामिल थे, ने रूद्रपुर बैल गांव में उत्तेजक नारेबाजी शुरू कर दी। इस नारेबाजी का गांव के ही अशोक दुबे के नेतृत्व वाले दूसरे पक्ष ने विरोध किया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। देखते ही देखते, मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। इसघटना में सचिन कुरील, मनीष, श्याम बाबू, आकाश, अतुल, विकास, रिषी और आशीष सहित 16 लोग घायल हुए।

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पुलिस की कार्रवाई:

घटना की सूचना मिलते ही डीसीपी पश्चिम विजय ढुल के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत करने का प्रयास किया। पुलिस ने दोनों पक्षों से कुल 31 लोगों के खिलाफमुकदमा दर्ज किया है और 17 लोगों को हिरासतमें लिया है। गांव में तनाव के माहौल को देखते हुए, एसीपी कल्यानपुर और बिल्हौंर के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात कियागया है और ड्रोन कैमरों के माध्यम से निगरानी की जा रही है। माहौल बिगाड़ने वालोंपर सख्त कार्रवाई की जा रही है, अवैध निर्माण पर बुलडोजर भी चलाया गया है।

स्थानीय लोगों का कहना:

स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच पहले भी विवाद हो चुके हैं। बीते 14 अप्रैल को भी रैली निकालने पर विवाद हुआ था। गांव में एक सप्ताह से दोनों वर्गों में तनातनी चल रही थी।

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इस घटना के पीछे क्या कारण हो सकते हैं?

इस घटना के पीछे कई कारण हो सकते हैं। कुछ लोगों का मानना ​​है कि यह राजनीतिक गतिविधियों से जुड़ा विवाद हो सकता है, क्योंकि रैली में शामिल युवक किसी राजनीतिक दल से जुड़े हो सकते हैं। कुछ का कहना है कि यह सामाजिक तनाव का परिणाम हो सकता है, क्योंकि दोनों पक्षों के बीच पहले भी विवाद हो चुके हैं।

इस घटना के क्या परिणाम हो सकते हैं?

इस घटना से इलाके में तनाव बढ़ सकता है और सामाजिक सद्भाव बिग ड़सकता है। यदि इस मामले को जल्द से जल्द नहीं सुलझाया गया तो भविष्य में और भी हिंसा हो सकती है।

 

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