कानपुर देहात: अवैध स्कूलों पर शिकंजा कसा: दक्ष
पब्लिक स्कूल बंद, बच्चों का नामांकन कराया परिषदीय विद्यालयों में
कानपुर देहात: नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत के साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग अवैध रूप से संचालित स्कूलों पर कार्रवाई कर रहा है। विभाग का मकसद बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना और उनका भविष्य सुरक्षित करना
है। इसके लिए
शिक्षा विभाग स्कूल चलो अभियान चला रहा है जिसके तहत 6 से
14 वर्ष की आयु वाले बच्चों का नामांकन परिषदीय विद्यालयों में कराया जा रहा है।
इसी क्रम में अकबरपुर के खंड
शिक्षा अधिकारी मनोज
कुमार सिंह ने 30 अप्रैल को दक्ष पब्लिक स्कूल पुराना बस स्टाफ जनकपुरी के पास कार्रवाई की। यह स्कूल
अस्थायी मान्यता प्राप्त था जो 30 मई
2020 को खत्म हो
चुकी थी। लेकिन इसके बावजूद स्कूल बच्चों का नामांकन कर रहा था
और कक्षाएं संचालित कर रहा
था।
स्थानीय लोगों ने शिकायत की
थी कि स्कूल बिना मान्यता के चल रहा है। इस शिकायत के आधार पर खंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल का निरीक्षण
किया। निरीक्षण में सभी आरोप
सही पाए गए। इसके बाद उन्होंने स्कूल को बंद करने का नोटिस दिया और आज ही इसे बंद करा
दिया गया।
खंड शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि अवैध रूप से संचालित स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा खतरे में
रहती है। ऐसे
स्कूलों में न तो शिक्षा का स्तर अच्छा होता
है और न
ही शिक्षकों की योग्यता की जांच होती है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की
कि वे अपने बच्चों का नामांकन केवल मान्यता प्राप्त परिषदीय विद्यालयों में ही कराएं।
यह कार्रवाई अवैध स्कूलों पर नकेल कसने** और बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने** की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विभाग यह भी सुनिश्चित करेगा कि परिषदीय विद्यालयों में सभी सुविधाएं उपलब्ध
हों और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
इसके अलावा विभाग अवैध स्कूलों के खिलाफ अभियान भी चला रहा है। इस अभियान के तहत शिक्षा विभाग की टीमें जिलें भर में छापेमारी कर रही हैं और अवैध रूप से संचालित स्कूलों को बंद करा रही हैं।
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