कानपुर देहात: रैपर छपाई फैक्टरी में भीषण आग, करोड़ों का नुकसान
कानपुर देहात के विसायकपुर स्थित एक रैपर छपाई फैक्टरी में बुधवार दोपहर अचानक आग लग गई।
इस घटना का मुख्य कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग लगने के बाद फैक्टरी में
काम कर रहे श्रमिकों में भगदड़ मच गई, लेकिन
सौभाग्यवश कोई जनहानि नहीं हुई।
आग लगने का कारण और बचाव कार्य
फैक्टरी के जीएम ऋषि तिवारी के अनुसार, आग इतनी
भीषण थी कि पूरे प्लांट को जलाकर राख कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल
विभाग को सूचित किया गया। माती से तीन फायर टैंकर, एचपीसीएल से
एक फायर टैंकर और कानपुर से दो फायर टैंकर मंगवाए गए। कुल मिलाकर छह फायर टैंकर की
मदद से तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुरेंद्र सिंह और अग्निशमन अधिकारी कृष्ण कुमार मौके
पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। फैक्टरी की फायर एनओसी थी और आग बुझाने के
पर्याप्त इंतजाम भी थे, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। आग पर काबू पाने
के लिए तीन तरफ से पानी की बौछार की गई।
आग लगने के समय प्लांट में करीब 100
श्रमिक काम
कर रहे थे। जैसे ही आग लगी, श्रमिक शोर मचाते हुए बाहर भागे। गनीमत रही
कि कोई श्रमिक आग की चपेट में नहीं आया। दूसरे प्लांट में काम रोक दिया गया और सभी
श्रमिक फैक्टरी गेट के पास एकत्र हो गए। फैक्टरी के सुरक्षा बल और अन्य लोग आग
बुझाने के काम में जुट गए।
आग से होने वाले नुकसान
फैक्टरी परिसर में रैपर के रोल, पेंट और
थिनर के ड्रम रखे थे, जिससे आग बढ़ने की आशंका बनी हुई थी। आग लगते
ही फैक्टरी प्रबंधन ने इन ड्रमों और रैपर रोल्स को हटवाना शुरू किया। आग बुझाने के
दौरान बगल की बिस्कुट बनाने की फैक्टरी से पानी भरा गया और फैक्टरी के कर्मियों ने
भी आग बुझाने में मदद की।
फैक्टरी से करीब 50 मीटर की दूरी पर एक पेट्रोल पंप है। आग की
सूचना मिलते ही पेट्रोल पंप के कर्मियों ने आग बढ़ने से रोकने के लिए पानी की पाइप
लाइन फैक्टरी तक पहुंचाई और पानी की बौछार की।
फैक्टरी के जीएम ऋषि तिवारी के अनुसार, आग से
करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। आग बुझाने और स्थिति का पता लगाने के बाद ही सही
नुकसान का आकलन किया जा सकेगा।
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