कानपुर देहात: मध्य प्रदेश हादसे में चार की मौत के बाद गांव में पसरा मातम
कानपुर देहात, बरौर - मध्य प्रदेश के ग्वालियर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग पर म्याना के पास एक दर्दनाक हादसे में चार युवकों की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब एक डीसीएम बेकाबू होकर पलट गई। मृतकों में कानपुर देहात के बरौर थाना क्षेत्र के रसालपुर, डेरापुर थाना क्षेत्र के किशनपुर डेरा बलाई और अमराहट थाना क्षेत्र के अमराहट के निवासी शामिल थे। सभी युवक फेरी लगाकर कपड़े बेचने का काम करते थे।
शव गांव पहुंचने पर मचा कोहराम
मंगलवार दोपहर बाद जब शव गांव पहुंचे, तो पूरे गांव में मातम छा गया। रसालपुर निवासी विष्णु (25) और विकास (17) के शव गांव पहुंचते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई। विष्णु की पत्नी संध्या अपनी दो मासूम बेटियों के साथ बिलखती रही। हादसे में विकास के पिता नवाब सिंह नायक और किशनपुर डेरा बलाई के सर्वेश नायक भी घायल हुए, जिनका इलाज चल रहा है। नवाब सिंह को देखने के लिए कुछ परिवार वाले मध्य प्रदेश रवाना हो गए, जबकि अन्य लोग अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे रहे।
एक साथ अंतिम विदाई
विष्णु के भाई रामू ने बताया कि उनके भाई और गांव के नवाब सिंह अपने बेटे विकास, किशनपुर निवासी सर्वेश और अन्य लोगों के साथ कर्नाटक के लिए निकले थे। वे भोगनीपुर से मिनी ट्रक में शुजालपुर तक के लिए सवार हुए थे और वहां कपड़े बेचने का काम कर रहे थे। देर शाम दोनों के शवों का सेंगुर नदी के घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। गांव में मातम और सन्नाटा पसरा रहा और किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला।
इकलौते बेटे की मौत से टूट गए माता-पिता
सिकंदरा - मध्य प्रदेश के गुना में हुए हादसे में अमराहट डेरा निवासी चोखे लाल के इकलौते बेटे मीनू (20) की मौत हो गई। मीनू का शव मंगलवार शाम को गांव पहुंचा तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मां कुसमा देवी और पिता चोखे लाल अपने इकलौते बेटे की मौत से टूट गए। देर शाम को परिजनों ने यमुना नदी किनारे मीनू का अंतिम संस्कार किया। चोखे लाल ने बताया कि उनका बेटा दूसरे प्रदेशों में फेरी लगाकर बाल खरीदने और कपड़े बेचने का काम करता था। वह कर्नाटक जाने के लिए रविवार शाम को भोगनीपुर से साथियों संग मिनी ट्रक से निकला था और मध्य प्रदेश के गुना के पास हुए हादसे में उसकी भी जान चली गई।
गांव में गहरा सन्नाटा
गांव में एक साथ चार लोगों की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया। कई घरों में चूल्हा तक नहीं जला और पूरे गांव में मातम का माहौल बना रहा। हादसे में जान गंवाने वाले युवकों की याद में ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि दी और पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाने पहुंचे।
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यह घटना सभी के लिए एक बड़ी त्रासदी है और परिवारों के लिए एक कठिन समय है। पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
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