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कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय का फायरब्रांड अंदाज: नाला सफाई की समीक्षा बैठक में भड़कीं

 कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय का फायरब्रांड अंदाज: नाला सफाई की समीक्षा बैठक में भड़कीं

कानपुर महापौर प्रमिला पांडेय अपनी फायरब्रांड कार्यशैली के लिए जानी जाती हैं। बुधवार को बारिश से पहले नाला सफाई की समीक्षा बैठक के दौरान उनकी नाराजगी उस समय सामने आई जब जोन-3 के जोनल अभियंता ने उनके सामने पुरानी रिपोर्ट पेश की। इस घटना ने एक बार फिर प्रमिला पांडेय के कड़े रूख को उजागर किया।



बैठक में जोन-3 के जोनल अभियंता नानक चंद ने महापौर के सामने मार्च महीने की नाला सफाई की रिपोर्ट पेश की, जबकि सफाई कार्य मई महीने में शुरू हुआ था। इस पर महापौर प्रमिला पांडेय भड़क गईं और भरी बैठक में फाइल उठाकर फेंक दी। उन्होंने अभियंता पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा, "जब नाला सफाई मई महीने में शुरू हुई है, तो मार्च में रिपोर्ट कैसे लग गई।"



जोनल अभियंता नानक चंद ने सफाई देते हुए कहा कि बगैर टेंडर वाले छोटे नालों की सफाई मार्च महीने में शुरू हो गई थी और उसी की रिपोर्ट महापौर के सामने पेश की गई थी। हालांकि, महापौर ने उनकी कोई बात नहीं सुनी और फाइल फेंक दी।

मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी के अनुसार, कानपुर में 247 बड़े नालों की सफाई का काम चल रहा है, जिसमें से 203 नालों की सफाई पूरी हो चुकी है। बाकी बचे 44 नालों की सफाई भी जल्द पूरी करने की योजना है।

महापौर प्रमिला पांडेय ने घोषणा की है कि वे प्रतिदिन एक घंटे शहरभर के सभी नालों का निरीक्षण करेंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक नालों का अतिक्रमण नहीं हटेगा, उनकी सफाई संभव नहीं हो पाएगी।

महापौर ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि यदि बारिश के दिनों में नाले चोक हुए तो जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नगर आयुक्त से कहा कि नाला सफाई का काम अप्रैल-मई से शुरू किया जाना चाहिए ताकि बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या से बचा जा सके।

इस कड़े रुख के लिए महापौर को व्यापारियों और आम जनता से भी समर्थन मिला है। सभी का मानना है कि प्रमिला पांडेय की यह सक्रियता शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण साबित होगी।

इस घटना से एक बार फिर प्रमिला पांडेय का फायरब्रांड अंदाज सामने आया है, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार की उम्मीद की जा रही है। उनकी कड़ी निगरानी और सक्रियता से उम्मीद है कि आने वाले मानसून में कानपुर शहर जलभराव की समस्या से मुक्त रहेगा।

 

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