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पुलिस की संवेदनहीनता: बीमार यात्री की मदद के बजाय परिचालक को दी घुड़की

 पुलिस की संवेदनहीनता: बीमार यात्री की मदद के बजाय परिचालक को दी घुड़की

रिपोर्ट: कानपुर

कानपुर कमिश्नरेट पुलिस का संवेदनहीन और अमानवीय चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है। रविवार को झकरकटी बस अड्डे पर एक बीमार यात्री की मदद करने के बजाय पुलिस ने बस परिचालक को डांट लगाई और उसे फटकारा कि ऐसी आफत यहां क्यों लाते हो।



अयोध्या डिपो की बस संख्या यूपी 42 एटी 8694 के परिचालक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी 60 वर्षीय रामभरोसी उनकी बस में सवार हुए थे। लखनऊ तक रामभरोसी ने सुरेंद्र से बातचीत की और फिर गर्मी से बेहाल होकर पानी की मांग की। सुरेंद्र ने उन्हें दो बोतल पानी दिलवाया।

बस जब उन्नाव के नवाबगंज स्थित सड़क किनारे एक होटल पर रुकी, तो रामभरोसी ने लघुशंका की और फिर सीट पर आकर बैठ गए। सुरेंद्र ने सोचा कि बुजुर्ग थककर सो गए हैं। दोपहर एक बजे जब बस झकरकटी बस अड्डे पर पहुंची, तो सुरेंद्र ने उन्हें जगाने की कोशिश की, लेकिन वह बेहोश थे।

पुलिस की प्रतिक्रिया

परिचालक सुरेंद्र ने तत्काल डॉयल 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। करीब 10 मिनट बाद ट्रांसपोर्ट नगर चौकी प्रभारी विकास शर्मा मौके पर पहुंचे। विकास शर्मा ने बीमार यात्री को बस में लाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सुरेंद्र को फटकारा कि 'गाड़ी में जब ऐसी दिक्कत आती है तो आफत यहां लेकर क्यों आते हो, रास्ते में अस्पताल थाने में दिखाया करो।'

सुरेंद्र ने चौकी प्रभारी को बताया कि रामभरोसी लखनऊ तक उनसे बातचीत करते हुए आए थे और उनकी तबियत कब बिगड़ी, इसकी जानकारी उन्हें नहीं थी। इसके बाद पुलिस ने बेसुध रामभरोसी को कांशीराम अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

इस दुखद घटना की सूचना पाकर रात में मृतक के पुत्र राजेंद्र कुशवाह और दामाद आकाश कुशवाह कानपुर पहुंचे। उन्होंने शव को लेकर अपनी घर वापसी की।

इस घटना ने पुलिस की संवेदनहीनता को उजागर किया है। एक बीमार व्यक्ति की मदद करने के बजाय, पुलिस ने बस परिचालक को फटकारा और उसकी कठिन स्थिति को नजरअंदाज किया। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस को संवेदनशीलता और तत्परता से काम करने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति हो। समाज को भी इस दिशा में जागरूक होना चाहिए और जरूरतमंदों की मदद के लिए तत्पर रहना चाहिए।

 

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