कानपुर: हेड कांस्टेबल खेमचंद्र वर्मा की संदिग्ध मौत, हत्या या हादसा?
कानपुर। कानपुर के भगवतदास घाट नाले में पुलिस लाइन में तैनात आर्म्ड पुलिस के हेड
कांस्टेबल खेमचंद्र वर्मा का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। शुक्रवार सुबह करीब
साढ़े आठ बजे फीलखाना पुलिस को यह शव मिला, लेकिन यह हादसा था या हत्या, इसका खुलासा पोस्टमार्टम
रिपोर्ट से भी नहीं हो सका है। डॉक्टरों ने शव के कई अवशेष, जैसे कि विसरा, हार्ट और खाल को सुरक्षित रखा है और फोरेंसिक लैब में भेजा जाएगा ताकि मौत की
असली वजह सामने आ सके।
मृतक फाइल फोटो |
शिनाख्त और पुलिस की जांच
पुलिस ने भगवतदास घाट के पास स्थित शराब के ठेके और पुलिस
लाइन के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे पता चला कि शव हेड
कांस्टेबल खेमचंद्र वर्मा का था, जो झांसी के लहराचूरा
ग्राम लारौनी के निवासी थे। वह सुबह पांच बजे पुलिस लाइन से निकले थे। पुलिस की
सूचना पर मेरठ में तैनात उनके बेटे जितेंद्र वर्मा ने शव की शिनाख्त की।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की जांच
हेड कांस्टेबल खेमचंद्र वर्मा की मौत का कारण पोस्टमार्टम
रिपोर्ट में स्पष्ट नहीं हो सका। अधिक शराब पीने या हार्ट अटैक से मौत की आशंका की
जांच के लिए हार्ट और विसरा सुरक्षित किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह
जिक्र है कि आवारा जानवरों ने शव को नोचा था। पुलिस की चार टीमें इस मामले की जांच
कर रही हैं और अभी तक किसी आपराधिक वारदात की पुष्टि नहीं हुई है।
परिजनों का संदेह
हेड कांस्टेबल खेमचंद्र वर्मा के बेटे जितेंद्र वर्मा, जो मेरठ में प्रशिक्षु दरोगा हैं, ने अपने पिता की हत्या का संदेह जताया है।
उन्होंने बताया कि उनके पिता की निर्मम तरीके से हत्या की गई है और शक जताया कि यह
वारदात लेनदेन के विवाद के कारण हुई हो सकती है। जितेंद्र ने एक्स पर पोस्ट कर
कानपुर नगर पुलिस, डीजीपी यूपी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी पुलिस को
टैग करते हुए दोषियों को जल्द पकड़ने की मांग की है।
इसे भी पढ़े - कानपुर: दक्षिण जोन के दरोगा का वायरल वीडियो
डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्ट्या
यह मामला हादसा प्रतीत हो रहा है, लेकिन परिजनों के संदेह
को देखते हुए हत्या और हादसे दोनों पहलुओं पर जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम
रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के बाद ही सही कारणों का पता चल सकेगा।
इसे भी पढ़े - कानपुर देहात: लापता बुजुर्ग का कंकाल मिलने से सनसनी
हेड कांस्टेबल खेमचंद्र वर्मा की रहस्यमय मौत ने कानपुर
पुलिस को कई सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। जांच जारी है और पोस्टमार्टम
रिपोर्ट के बाद ही सच सामने आ पाएगा। परिजनों और पुलिस विभाग की उम्मीदें अब
फोरेंसिक जांच पर टिकी हैं, ताकि खेमचंद्र वर्मा की
मौत का असली कारण पता चल सके और दोषियों को सजा मिल सके।
0 टिप्पणियाँ