दर्दनाक हादसा: मां ने की अपने ही बच्चों की हत्या, जानिए पूरी घटना
स्थान: औरैया, उत्तर प्रदेश
तारीख: गुरुवार सुबह
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। एक मां ने अपने ही तीन बच्चों की हत्या कर दी, जिससे हर किसी की आंखें नम और दिल भरा हुआ है। यह घटना न केवल दिल को दहलाने वाली है, बल्कि यह भी सवाल खड़ा करती है कि एक मां अपने ही बच्चों की कातिल कैसे बन सकती है। आइए, इस दर्दनाक घटना का पूरा विवरण जानते हैं।
घटना का विवरण
प्रियंका, जिसकी उम्र लगभग 30 वर्ष है, के पति अवनीश की दो महीने पहले मौत हो गई थी। अवनीश की मौत के बाद प्रियंका अपने चचेरे देवर आशीष के साथ औरैया में रहने लगी। गुरुवार की सुबह, प्रियंका की चाची गीता को प्रियंका का फोन आया। फोन पर प्रियंका ने कहा, "अब मैं जान दे दूंगी। आशीष भी शराब पीकर विवाद करता है।" यह सुनकर गीता को प्रियंका की चिंता होने लगी और वे तुरंत औरैया पहुंचीं, लेकिन प्रियंका वहां नहीं मिली।
सेंगुर नदी का दर्दनाक दृश्य
गीता और परिवार के अन्य सदस्यों ने प्रियंका और बच्चों की खोजबीन शुरू की। इसी बीच, सेंगुर नदी पर एक दर्दनाक घटना की जानकारी मिली। वहां तीन मासूम बच्चों की लाशें पाई गईं। इस दृश्य ने हर किसी का दिल तोड़ दिया। बच्चे जिनकी उम्र 4 से 10 वर्ष के बीच थी, नदी में डूबे पाए गए। उपस्थित लोगों के दिल में एक ही सवाल गूंज रहा था कि आखिर मां अपने ही बच्चों की कातिल कैसे बन गई?
मासूम बच्चों की मौत
इस घटना ने पूरे गांव और आसपास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ा दी। तीन मासूम बच्चों की मौत ने हर किसी का दिल दहलाया। लोगों के जहन में यही सवाल था कि आखिरकार एक मां कैसे अपने ही बच्चों की जान ले सकती है? पुलिस अधीक्षक चारू निगम भी मौके पर पहुंची। बच्चों की लाशें देखकर वह भी सहम गईं और जीवित बचे बेटे सोनू को सांत्वना दी। सोनू ने किसी तरह मां की क्रूर हरकत को बताया। उसने कहा कि जब मां ने बच्चों को नदी में धक्का दिया, तब वह बहुत डर गया था और किसी तरह बचकर निकल आया।
प्रियंका की हरकतें
प्रियंका की चाची और परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि प्रियंका ने अवनीश की मौत के बाद से ही अजीब व्यवहार करना शुरू कर दिया था। वह छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करती थी। प्रियंका अपने मायके जाकर रहने लगी थी, लेकिन वहां भी वह नहीं रुकी और आशीष के साथ औरैया आ गई। बच्चों की खातिर घरवाले चुप रहे, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि प्रियंका इतनी क्रूर निकलेगी।
अवनीश की मौत का मामला
प्रियंका के ससुराल और मायके पक्ष के बीच अवनीश की मौत को लेकर भी चर्चा हुई। कुछ लोगों का कहना था कि अवनीश की करंट लगने से मौत संदिग्ध थी, जबकि दूसरे पक्ष का कहना था कि प्रियंका को पति की मौत के मामले में मिला मुआवजा भी नहीं दिया गया।
अवनीश की मौत के बाद से ही प्रियंका मानसिक तनाव में थी। अवनीश की मौत के बाद प्रियंका के चचेरे देवर आशीष ने उसे सहारा देने की कोशिश की, लेकिन वह खुद शराब की लत में डूबा हुआ था। प्रियंका ने कई बार शिकायत की कि आशीष शराब पीकर उससे झगड़ा करता है। इस मानसिक और भावनात्मक तनाव के कारण ही शायद प्रियंका ने यह भयावह कदम उठाया होगा।
मासूम बच्चों की जान लेना
प्रियंका की हरकतें देखकर सभी दंग रह गए। प्रियंका के इस क्रूर कदम ने सभी को हैरान कर दिया है। तीन मासूम बच्चों की जान लेने के बाद हर कोई प्रियंका को कोस रहा है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किस परिस्थिति में एक मां अपने ही बच्चों की जान लेने पर मजबूर हो सकती है। प्रियंका के पड़ोसियों ने बताया कि वह बच्चों से बहुत प्यार करती थी, लेकिन पति की मौत के बाद से वह बहुत तनाव में रहने लगी थी।
पुलिस की कार्यवाही
पुलिस ने प्रियंका को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने कहा कि प्रियंका मानसिक तनाव में थी और उसकी मानसिक स्थिति की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा किए हैं और प्रियंका से पूछताछ कर रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि प्रियंका ने यह कदम क्यों उठाया और क्या इसके पीछे कोई और कारण है।
सोनू की परवरिश का फैसला
प्रियंका के बचे हुए बेटे सोनू की परवरिश अब उसकी बुआ खुद करेंगी। उन्होंने कहा कि वह प्रियंका की छाया भी सोनू पर नहीं पड़ने देंगी। सोनू को अब उसके दादा-दादी और बुआ पालेंगे। परिवार ने निर्णय लिया है कि वे सोनू को इस घटना से दूर रखने की कोशिश करेंगे ताकि वह इस दर्दनाक घटना को भूल सके और सामान्य जीवन जी सके।
इस घटना ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि मानसिक तनाव और पारिवारिक विवाद किस हद तक खतरनाक हो सकते हैं। यह जरूरी है कि हम अपने आसपास के लोगों का ध्यान रखें और उनके मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें। प्रियंका की कहानी हमें यह सिखाती है कि हमें समय रहते अपने परिवार के सदस्यों की मदद करनी चाहिए ताकि वे मानसिक तनाव से बाहर आ सकें और ऐसी घटनाएं ना हों।
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यह घटना न केवल दिल दहलाने वाली है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि किस परिस्थिति में एक मां अपने ही बच्चों की जान लेने पर मजबूर हो सकती है। प्रियंका का यह कदम उसकी मानसिक स्थिति और तनाव का परिणाम हो सकता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही सच सामने आएगा। इस घटना से हमें सीख लेनी चाहिए और अपने आसपास के लोगों का ध्यान रखना चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा ना हों।
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