कानपुर में किसान की आत्महत्या: अन्ना मवेशियों से परेशान किसान ने की आत्महत्या
कानपुर: यूपी के कानपुर से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है,
जहां एक किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी। शुक्रवार को उसका शव खेतों के बीच बने मचान पर मिला। यह घटना घाटमपुर थाना क्षेत्र के रहमतपुर गांव की है,
जहां रामप्रसाद नामक किसान ने फसल की बर्बादी से तंग आकर आत्महत्या कर ली।
अन्ना मवेशियों से परेशान थे रामप्रसाद
रामप्रसाद खेती-किसानी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। उनके परिवार में पत्नी पुष्पा, दो बेटे मनीष और सोनू जो सूरत में प्राइवेट नौकरी करते हैं,
और एक बेटी शामिल है जिसकी शादी हो चुकी है। पत्नी पुष्पा ने बताया कि बीते दिनों अन्ना मवेशियों ने उनकी पालक की फसल बर्बाद कर दी थी,
जिससे वे बेहद परेशान थे। गुरुवार शाम को खाना खाने के बाद रामप्रसाद फसल की रखवाली करने खेतों पर गए थे और सुबह उनका शव मचान पर मिला।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम की जांच
घाटमपुर इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह के मुताबिक, रहमतपुर गांव से आत्महत्या की सूचना मिली थी। फील्ड यूनिट की टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने कहा कि परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
घटनास्थल से पुलिस को बालों में लगाने वाली डाई, शराब की बोतल और कोल्डड्रिंक की बोतल मिली। ग्रामीणों ने सुबह खेतों के बीच बने मचान पर रामप्रसाद का शव देखकर परिजनों और पुलिस को सूचना दी।
पारिवारिक स्थिति और मानसिक तनाव
रामप्रसाद अपने खेतों को बटाई पर लेकर खेती करते थे। पत्नी पुष्पा ने बताया कि अन्ना मवेशियों द्वारा फसल बर्बाद होने के कारण वे मानसिक तनाव में थे। इस तनाव के चलते उन्होंने यह कठोर कदम उठाया।
यह घटना केवल एक किसान की आत्महत्या नहीं है, बल्कि हमारे समाज में किसानों की समस्याओं और उनकी अनदेखी का एक दुखद प्रमाण है। अन्ना मवेशियों द्वारा फसलों का नुकसान और इसके परिणामस्वरूप किसान का मानसिक तनाव एक गंभीर मुद्दा है जिसे तत्काल सुलझाने की आवश्यकता है। प्रशासन और सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना ने न केवल रामप्रसाद के परिवार को गहरे दुख में डाल दिया है, बल्कि समाज के सामने भी कई सवाल खड़े किए हैं। उम्मीद है कि सरकार और प्रशासन इस घटना से सीख लेकर आवश्यक कदम उठाएंगे।
0 टिप्पणियाँ