कानपुर देहात: जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट, आठ लोग घायल
कानपुर देहात : कानपुर देहात के रसूलाबाद थाना क्षेत्र के असालतगंज के मजरा बड़ी रजऊ में सोमवार को जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले। इस हिंसक झगड़े में दोनों ओर से कुल आठ लोग घायल हो गए। सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद पांच घायलों को हैलट अस्पताल रेफर किया गया है।
घटना बड़ी रजऊ निवासी विजय और गांव के रामकिशन के बीच जमीन को लेकर हुई। विजय के अनुसार, उसके बाबा श्रीराम के नाम ग्राम पंचायत से मकान के लिए 20 गज चौड़ी और 20 गज लंबी भूमि का पट्टा हुआ था। सोमवार दोपहर को बारिश के कारण विजय उस भूमि पर पड़ी भूसे पर पन्नी डाल रहा था। इसी बीच, रामकिशन ने आकर जमीन को अपना बताते हुए विरोध जताया।
विवाद बढ़ते-बढ़ते दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी और फिर दोनों ओर से लोग इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते ईंट, पत्थर और लाठियों का इस्तेमाल शुरू हो गया। इस घटना में रामकिशन, उसकी बेटी शीलू, पत्नी माया देवी, बेटा जीतू और अजीत एक पक्ष से घायल हुए हैं। जबकि दूसरे पक्ष से विजय, उसकी पत्नी सियारानी और रामआसरे घायल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए सीएचसी भेजा। प्राथमिक उपचार के बाद, माया देवी, रामकिशन, विजय, सियारानी और रामआसरे को हैलट अस्पताल रेफर किया गया। वरिष्ठ उपनिरीक्षक देवनारायण द्विवेदी ने बताया कि सभी घायलों को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने बताया कि इस घटना की विस्तृत जांच की जा रही है और दोनों पक्षों से मिले तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और विवादित भूमि के मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने पूरे गांव में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग प्रशासन से इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न
हों।
गांव के बुजुर्ग और समाजसेवी अब दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि क्षेत्र में शांति और सौहार्द्र बना रहे। प्रशासन की तत्परता और स्थानीय लोगों की सूझबूझ से उम्मीद है कि जल्द ही इस विवाद का समाधान निकल आएगा।
कुल मिलाकर, इस जमीन विवाद ने कानपुर देहात के बड़ी रजऊ गांव में अस्थिरता और हिंसा का माहौल पैदा कर दिया है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और जांच से ही इस समस्या का स्थायी समाधान संभव हो सकेगा।
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