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कानपुर-इटावा हाईवे पर भीषण हादसा: पांच लोगों की मौत, चार PSIT छात्र भी शामिल

कानपुर-इटावा हाईवे पर भीषण हादसा: पांच लोगों की मौत, चार PSIT छात्र भी शामिल

कानपुर-इटावा एलिवेटेड हाईवे पर सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। यह हादसा भौती ढाल के पास हुआ जब एक डंपर ने अचानक ब्रेक लगाए, जिससे पीछे रही ऑल्टो कार सीधे डंपर में जा घुसी। हादसा इतना भयानक था कि पीछे से रहे एक ट्राले ने भी कार को टक्कर मार दी, जिससे कार पूरी तरह से चकनाचूर हो गई और उसमें सवार सभी पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।



हादसे का विवरण

सोमवार सुबह जब कानपुर-इटावा हाईवे पर ट्रैफिक सामान्य रूप से चल रहा था, तभी अचानक भौती ढाल के पास एक डंपर ने बीच सड़क पर अचानक ब्रेक लगा दिए। इसके चलते पीछे चल रही ऑल्टो कार नियंत्रण खो बैठी और सीधा डंपर से जा टकराई। इस हादसे के तुरंत बाद, पीछे से रहे एक ट्राले ने भी कार को जोरदार टक्कर मार दी। कार इतनी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई कि उसमें सवार पांचों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

मृतकों में PSIT के छात्र शामिल

इस दुखद हादसे में मारे गए पांच लोगों में चार छात्र कानपुर के प्रतिष्ठित पीएसआईटी (PSIT) संस्थान के थे, जिनमें दो छात्राएं भी शामिल थीं। यह हादसा पीएसआईटी के छात्रों और उनके परिवारों के लिए एक बड़ा सदमा है। इन युवाओं की असमय मौत से उनके परिवार, मित्र और संस्थान के लोग गहरे शोक में डूब गए हैं।

पुलिस और अग्निशमन विभाग की कार्रवाई

हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के कारण शवों को बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और ट्राले के फरार ड्राइवर की तलाश में जुट गई है।

ट्राले का ड्राइवर फरार

हादसे के बाद ट्राले का ड्राइवर मौके से फरार हो गया, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए डंपर और ट्राले के ड्राइवरों से पूछताछ की जा रही है।

इस हादसे ने मृतकों के परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। हादसे की खबर सुनते ही परिजन और परिचित मौके पर पहुंचे और इस त्रासदी से स्तब्ध हो गए। पीएसआईटी संस्थान भी गहरे शोक में डूबा है, जहां इन छात्रों का भविष्य निर्माण हो रहा था।

इस दर्दनाक हादसे के बाद प्रशासन और सड़क सुरक्षा के इंतजामों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हाईवे पर अचानक ब्रेक लगने और तेज गति से आने वाले ट्राले के कारण यह भयानक हादसा हुआ। यह घटना सड़क सुरक्षा नियमों के पालन और ट्रैफिक नियंत्रण की खामियों को उजागर करती है।

इस हादसे ने केवल कानपुर बल्कि पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है, और यह एक बार फिर सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के सख्त पालन की जरूरत को दर्शाता है।

 

 

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