कानपुर देहात में अवैध खनन पर प्रशासन का सख्त एक्शन
कानपुर देहात के भोगनीपुर क्षेत्र में अवैध खनन पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। उप जिलाधिकारी भोगनीपुर के निर्देश पर अवैध खनन करने वाले तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तहसील भोगनीपुर में अवैध खनन के मामले में जांच शुरू कर दी गई है, और प्रशासन ने इस पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
अवैध खनन का खुलासा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कानपुर देहात के ग्राम दिबैर में गाटा संख्या 1320 मीटर में स्थित 87.851 हेक्टेयर भूमि पर अवैध रूप से बालू और मिट्टी का खनन किया जा रहा था। राजस्व रिकॉर्ड में यह जमीन ‘जमुना जी’ के नाम पर दर्ज है। मौके पर ट्रैक्टर और खुदाई मशीनों की मदद से लगभग 90 घन मीटर बालू-मिट्टी निकाली जा चुकी थी। उप जिलाधिकारी के वहां पहुंचने पर ट्रैक्टर चालक से पूछताछ की गई, जिसमें चालक ने जानकारी दी कि यह खनन कार्य बैनी प्रसाद (निवासी खरतला), अर्जुन निषाद (निवासी दढी म0 कथरी), और सुल्तान उर्फ सचिन (निवासी कमलपुर) द्वारा कराया जा रहा था। चालक ने यह भी बताया कि वह केवल भाड़े पर काम करने आया था और खनन का आदेश इन लोगों द्वारा दिया गया था।
उप जिलाधिकारी के आदेश के बाद, तहसील प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और अवैध खनन करने के आरोप में सट्टी थाने में केस दर्ज करवा दिया है। थाना प्रभारी सट्टी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच प्रक्रिया जारी है। आरोपियों की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अवैध खनन पर प्रशासन की सख्ती
कानपुर देहात में अवैध खनन के बढ़ते मामलों पर प्रशासन ने सख्त कदम उठाने की बात कही है। अवैध खनन से न केवल प्राकृतिक संसाधनों का दोहन हो रहा है, बल्कि सरकारी भूमि पर नुकसान भी हो रहा है। प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अवैध खनन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा
भोगनीपुर तहसील में अवैध खनन पर की गई यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन की इस सख्ती से अवैध खनन करने वालों में डर का माहौल बना है और इससे अन्य क्षेत्रों में भी अवैध खनन को रोकने में मदद मिलेगी।
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