कानपुर देहात में 'चोरों की परफॉर्मेंस' और पुलिस की 'गहरी नींद': एक ही रात में 5 घरों में धावा!
कानपुर देहात के मूसानगर में चोरों ने एक ही रात में ऐसा ‘सुपरहिट शो’ पेश किया कि पूरा इलाका दहशत में आ गया और पुलिस... खैर, पुलिस हमेशा की तरह ‘सपनों की दुनिया’ में थी। चोरों ने पांच घरों में घुसकर करीब 7 लाख रुपये और ढेर सारे गहनों पर हाथ साफ किया। हद तो तब हो गई जब महिला को चाकू दिखाया और एक मासूम बच्ची का गला दबा दिया। लेकिन पुलिस को कहां फर्क पड़ता है! उनकी गश्त तो शायद ‘वर्चुअल मोड’ पर चल रही थी।
चोरों का ‘फुल पैकेज शो’ – एक्शन, थ्रिलर और सस्पेंस
वार्ड नंबर सात में सत्यनारायण कश्यप के घर से शुरू हुआ। चोर छत के रास्ते घुसे और सीधे ममता देवी से ‘मुलाकात’ की। चाकू दिखाया और बोले— “दे दो जो भी है, वरना सीन बदल जाएगा!” ममता देवी ने डर के मारे तुरंत 10 लाख के गहने और नकद सौंप दिए।
चोरों ने रामचंद्र के घर में एंट्री मारी। वहां 14 साल की आरती जाग गई। चोरों ने ‘डरावनी फिल्म’ का सीन लाइव कर दिया और बच्ची का गला दबा दिया। लेकिन घरवालों के जागते ही चोर ‘हीरो’ की तरह स्टंट मारकर भाग निकले।
वार्ड नंबर चार में नरेंद्र के घर पहुंचे। यहां से 22 हजार नकद, सोने का हार, चांदी की हाफ पेटी और दो जोड़ी तोड़िया लेकर चलते बने।
वार्ड नंबर छह में मुख्तार के घर धावा बोला। 15 हजार नकद और अंगूठी समेत गहने समेट लिए।
बृजमोहन के घर से 5 हजार रुपये नकद और गहनों पर हाथ साफ कर दिया।
सिर्फ 500 मीटर के इलाके में पांच ‘हिट एंड रन’ और पुलिस? शायद गश्त के नाम पर वॉट्सएप ग्रुप पर गुड मॉर्निंग के मैसेज फॉरवर्ड कर रही थी।
घटना के बाद कस्बा इंचार्ज बिंद प्रसाद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जनता सोच रही थी कि कोई सुपरकॉप आएगा, लेकिन इंचार्ज साहब बोले—
"घबराइए मत, जल्द खुलासा करेंगे!"
जनता का मन कर रहा था कि पूछे— "साहब! खुलासा बाद में करिएगा, पहले बताइए कि रात में आपकी गश्त कहां थी? या फिर चोरों के साथ किसी गली में चाय पी रहे थे?"
पुलिस की 'गश्त' और चोरों की 'प्रैक्टिस'
लोगों ने सवाल उठाया कि जब 500 मीटर के दायरे में पांच चोरी हो गईं, तो पुलिस की गश्त किस दिशा में थी? या गश्त सिर्फ नेताओं की रैली और वीआईपी के काफिले तक सीमित है?
एक स्थानीय व्यक्ति ने तंज कसते हुए कहा—
"पुलिस की गश्त इतनी हल्की है कि चोर चोरी करने के बाद आराम से पान खाकर और गली में घूमकर निकलते हैं।"
‘जल्द खुलासा’ – पुलिस का फेवरेट डायलॉग
हर घटना के बाद पुलिस का एक ही डायलॉग होता है— “जल्द खुलासा करेंगे।” शायद पुलिस मानती है कि खुलासा भी कोई वेब सीरीज है, जिसे हर हफ्ते एपिसोड की तरह खींचा जाए।
जनता की मांग:
पुलिस की रात की गश्त ‘ऑनलाइन’ नहीं, ‘ऑनग्राउंड’ होनी चाहिए।
‘जल्द खुलासा करेंगे’ की जगह ‘अभी कार्रवाई करेंगे’ सुनना चाहती है जनता।
चोरों की जगह पुलिस की नींद टूटनी चाहिए।
अंत में: चोरों की जीत, पुलिस की हार
कानपुर देहात की यह घटना बताती है कि यहां सुरक्षा से ज्यादा भरोसा भगवान पर है। चोरों ने एक ही रात में साबित कर दिया कि पुलिस के होते हुए भी ‘मूसानगर’ उनका खेल का मैदान है। और पुलिस? वह अपने चिर-परिचित स्टाइल में बस यही कह रही है— "जांच जारी है... जल्द खुलासा होगा!"
सवाल सिर्फ इतना है— खुलासा पहले होगा या अगली चोरी?
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